Saturday 1 August 2009

"गाँधी नाम तीर्थ समान"

"गाँधी नाम तीर्थ समान"

"अहिंसा रुपाये विधमये,

सत्य सवरुपाये धीमहि:

तनो: महात्मा गाँधी प्रचोदयात "

यह युग के महा नायक को याद करने की सच्ची गायत्री है, इस का मनन कर उन के आदर्शों को छुआ जा सकता है।

निवेदन :- अमृत कुमार शर्मा